हिन्दू विवाह अधिनियम के तहत शून्यकरणीय विवाह (Article about Voidable Marriage in Hindi) विवाह की अवधारणा एक पवित्र संस्था है जो पति और पत्नी के बीच संबंध बनाती है। विवाह का अधिकार भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीवन के अधिकार के घटकों में से एक है। हिंदू विवाह अधिनियम, 1955, हिंदू विवाह […]